खादर में सब्जी और बाजरा की फसल में यमुना के पानी का प्रवेश
हथिनी कुंड बैराज से यमुना नदी में छोड़े गए करीब एक लाख 82 हजार क्यूसेक पानी से थाना नगला सिंघी क्षेत्र के यमुना तटवर्ती गांवों के किसान डर गए हैं। यमुना नदी पूरे उफान पर है। किसानों के चेहरों पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं।
किसानों का कहना है कि हर साल किसानों के खेतों पर खड़ी बाजरा, मक्का, ज्वार, सब्जियाँ फसल को यमुना के गाल में समाता देखते रहे हैं। पानी पर दिन रात नजर रखी जा रही है। प्रशासन के लोग यमुना नदी क्षेत्र के निकट बसे गांवों के बाशिंदों के संपर्क में है। उन्हें पूरी तरह अलर्ट रहने की सलाह दी जा रही है।
इन गांव के किसानों के खेतों में पानी का प्रवेश
रुधऊ मुस्तकिल,नगला केशों, जटपुरा, छाँहरी, बालमपुर, रसूलाबाद, गदलपुरा, रामगढ़, बजहेरा, नगला काले, कुतुकपुर साहब, नगला गार्डन, ठार डेका, ठार हरवंश, नगला राजपति, ग्वारई, नियामतपुर, नगला मूसटा, नगला नंदा, घुरुकूआ,
इन गाँवो के किसानों के खेतों में पानी प्रवेश कर गया है।
रसूलाबाद निवासी किसान रोमन सिंह ने बताया कि अब तक उनकी बीस बीघा बाजरा की फसल में कालिंदी का पानी प्रवेश कर चुका है। अगर जल्द सप्ताह भर पानी खेतों में भरा रहा तो बाजरा की फ़सल खराब हो जाएगी।
थानाध्यक्ष नगला सिंघी कृपाल सिंह नगला गार्डन पुल पर ग्रामीणों को सावधानी बरतने के निर्देश दिए
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